अयोध्या में बीजेपी के चुनाव हारने के बाद मंत्री के सामने ही हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और डीएम भिड़ गए. महंत ने चुनाव हारने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जिसके बाद उनका डीएम से विवाद हो गया. इस विवाद के बाद जिला प्रशासन ने महंत की सुरक्षा हटा ली. इस पर राजू दास ने कहा है कि अगर उन पर कोई हमला होता है तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.
महंत राजू दास ने कहा, ‘अयोध्या में लोकसभा चुनाव हारने के बाद तरह-तरह की बातें सामने आने लगीं, इसी को लेकर हमने अपने कार्यकर्ताओं की बात को आगे रखा, कोई विवाद नहीं हुआ था.’ उन्होंने कहा, ‘प्रभारी मंत्री सूर्य प्रतापी शाही आए हुए थे उन्हीं से बात हो रही थी. अयोध्या हारने के बाद दुख, पीड़ा भी हुआ. 32 हजार करोड़ का बजट, भव्य राम मंदिर के बाद भी चुनाव हारना दुखद था.’
क्या अधिकारियों की वजह से चुनाव हारने के मुद्दे पर मतभेद हुआ. इसके जवाब में महंत राजू दास ने कहा. ‘जब आचार संहिता लागू थी और मेरे क्षेत्र में एक महीने में चुनाव था तो लोगों को मकान खाली करने का नोटिस या फिर तोड़फोड़ को नोटिस देना उचित नहीं था. इन चीजों को लेकर अयोध्यावासियों के मन में ऐसा भाव आया जिस वजह से वो हमसे जुड़ नहीं पाए तो ये जिम्मेदारी तो अधिकारी और प्रशासन की थी.’